ओ३म्
।। ना कर्म लिप्यते नरे।।
निष्काम कर्म ही मोक्ष का मार्ग है ।
सर्वदा जयते सेवा न्यास की स्थापना ग्रामीण अंचल में 2 जुलाई 2012 को हुई न्यास की स्थापना सामाजिक उत्थान हेतु समाज के प्रत्येक क्षेत्र में हो रहे अनैतिक कार्य व भ्रष्टाचार चाहे वह क्षेत्र शिक्षा का हो, चिकित्सा का हो, जीवन निर्वाह का हो, या फिर अन्य ! सर्वत्र आम नागरिक अथवा निर्धन व असहाय व्यक्ति ही इसका शिकार हुआ ! उनकी इस करुण क्रंदन को देखकर व चारों ओर कराहती हुई ! उनकी वेदना का अनुभव करके हृदय द्रवित हो उठा और नेत्रों से अश्रुधारा बह निकली और आत्मा से एक आवाज आई उठो चलो उनकी सहायता करो जो प्रतीक्षा कर रहे हैं आशा के एक किरण की उसी आत्मा की आवाज को ईश्वरीय प्रेरणा स्वीकार करते हुए हमने जन सहयोग से सर्वदा जयते सेवा न्यास की स्थापना करने का संकल्प लिया इस कार्य हेतु संकल्पित आचार्य रश्मि आर्या जिन्होंने जीवनपर्यंत ब्रह्मचारिणी रहने की प्रतिज्ञा ली है तथा अपना भरा पूरा परिवार छोड़ कर जन सेवा में पूर्णरूपेण तन मन से लगी हुई हैं आपके परिश्रम की क्षेत्र में एक विशेष छवि है आपकी शैक्षिक योग्यता एम०ए० संस्कृत एम०ए० समाजशास्त्र तथा बीएड है। आपको समाज सेवा के क्षेत्र में आर्य समाज के प्रसिद्ध समाजसेवी संगठन सार्वदेशिक सभा दिल्ली की ओर से “सेवाश्रम रत्न”की उपाधि एवं मानव सेवा प्रतिष्ठान दिल्ली द्वारा उत्कृष्ट समाज सेवा हेतु “रामदास इतवारिया सम्मान”एवं नारी शिक्षा सुरक्षा के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से “मलाला अवार्ड”मेरा शहर मेरी पहल की ओर से “शिक्षा व संस्कार हेतु सम्मान” एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा भी अन्य सम्मान से सम्मानित किया गया है । वर्तमान में आप अनुश्रवण समिति की सदस्य भी हैं जिसके अंतर्गत सरकार द्वारा संचालित नारी निकेतन देखने का कार्य भी कर रही हैं।
इनके साथ ही साथ सेवा कार्य हेतु संकल्पित सुश्री गुलशन सैफी एडवोकेट जो मात्र 16 वर्ष की आयु से ही तन मन धन से समाज सेवा के कार्यों में जुड़ी हुई हैं जिनकी शैक्षणिक योग्यता BSC MBA व LLB है इन्हें मानव सेवा प्रतिष्ठान दिल्ली की ओर से सेवा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया वह इनरव्हील क्लब मेरठ की ओर से “विशिष्ट महिला सम्मान “से एवं भारतीय संस्कृति कला मंच की ओर से से ‘मेरठ सम्मान”पुरस्कार से सम्मानित किया गया है
न्यास का उद्देश्य:
(1) बालिकाओं के बौद्धिक विकास शारीरिक एवं आध्यात्मिक विकास हेतु गुरुकुल कॉलेज आरोग्य गृह औषधालय हॉस्पिटल पुस्तकालय वाचनालय योगासन व्यायाम प्रशिक्षण गोशाला आदि की व्यवस्था करना.
(२)समाज में फैली विभिन्न प्रकार की नारी विकास अवरोधक कुर्तियां को समाप्त करने के लिए कार्य करना जैसे दहेज प्रथा बाल विवाह भ्रूण हत्या नारी शिक्षा नारी के शारीरिक मानसिक आर्थिक सामाजिक आर्थिक शैक्षिक शोषण व अन्य अनेक प्रकार के शोषण उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज उठाना व न्याय दिलाना तथा उनके हितों की पूर्ण रूप में रक्षा करना.
(३) समाज में पिछड़े हुए उपेक्षित वर्ग के लोगों को शैक्षणिक व सामाजिक विकास हेतु प्रोत्साहित करना एवं विकलांगों वृद्धों कुष्ठ रोगियों की चिकित्सा पुनर्वास प्रशिक्षण आदि के कार्य करना.
(४) ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में तकनीकी शोध व्यावसायिक एवं प्राविधिक शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु स्कूल कॉलेज संस्थानों केंद्रों की स्थापना कर अनुमति उपरांत नियमानुसार संचालन करना
(५) शहरी ग्रामीण क्षेत्र के पिछड़े क्षेत्रों एवं मलिन बस्तियों में स्वच्छता साक्षरता परिवार नियोजन शिशु पोषण महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम बाल टीकाकरण गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण आदि विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन कर निशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराना.
(६) समय-समय पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं जागरूकता शिविर कैंप विचार गोष्ठियां सम्मेलनों कला प्रदर्शनी का आयोजन करना एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों को सफल बनाने का भरसक प्रयास करना एवं समाज को जागृत करना.
(७) स्थापना प्रचार प्रसार प्रशिक्षण शोध आदि का प्रबंध करना तथा उत्पादन एवं बिक्री करना.
(८) उपरोक्त उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अचल संपत्ति प्राप्त करना तथा सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं से चंदा प्राप्त कर सकता लेना वह वांछित व्यक्तियों को सहायता देना
(९) सामूहिक कार्यो द्वारा सहयोगी भावनाओं का विकास करना श्रमदान ग्रामों की सफाई जैसे कार्य सामूहिक रुप से करना और कराना
(10) खेलकूद योगा जिम्नास्टिक हॉकी फुटबॉल खो-खो कबड्डी तथा दूसरे अन्य विभिन्न प्रकार के खेल टूर्नामेंट चैंपियनशिप विभिन्न प्रतियोगिताएं ग्राम ब्लॉक तहसील जनपद मंडल राज्य राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करना.
(११) ट्रस्ट के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आम आदमी सरकारी व जनसाधारण से प्राप्त धन के द्वारा भूमि बिल्डिंग प्लॉट रहने हेतु शहर प्राप्त करना प्राप्त करने के लिए आवेदन करना।